माझ्या कविता....
माझे शब्द.....माझं जगणं....!!!
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30 January 2014
ये जिंदगी
अब मांगू तुझसे
निहायत सादगी
न कुछ तराशेंगे
न कुछ आजमायेंगे
अब तो सिखा दे हमे
के हर मोड पे
टूटना नाही लाजमी...
.....चैताली.
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